सत्तू बिहार का मुख्य भोजन है यह उच्च ऊर्जा देने वाला भोजन है | सत्तू का मतलब भुना हुआ ग्राम आटा है। सत्तू सभी दुकानों में आसानी से उपलब्ध है। लेकिन सत्तू का मूल स्वाद ग्रंथिंथ सत्तू है जो आम तौर पर बनाने की एक पारंपरिक प्रक्रिया है। यह शीतलन एजेंट है जो गर्मी तरंगों से राहत देता है।
सत्तू का उपयोग लिट्ठी बनाने के लिए किया जाता है – आज इस प्रसिद्ध सत्तू का पराठा की चर्चा करेंगे, जो तमतार का चोखा या अचार के साथ सबसे अच्छा है।
सामग्री :
- 1 कप सत्तु आटा
- 4 फली लहसुन (बारीक कटा हुआ)
- 1 “अदरक (बारीक कटा हुआ)
- 2-3 हरी मिर्च (कटा हुआ)
- बारीक कटा हुआ धनिया पत्तियां
- 2 चम्मच मसाला लाल मिर्च अचार या आम का अचार
- 1/2 चम्मच प्याज बीज (निगाला बीज)
- 1 चम्मच अजवें (अजवायन के फूल)
- 1 चम्मच नींबू का रस
- नमक स्वादअनुसार
विधि :
- सबसे पहले सत्तू के आटे को एक परात में छान लें।
- अब इसमें लहसुन पेस्ट, हरी मिर्च, अदरक, नमक, अजवाइन, कटा धनिया तथा नींबू का रस डालें और इसे आटे की तरह गूंथ लें।
- थोड़ी देर ढंककर रखें।
- अब मिश्रण को अच्छीतरह मिला लें
- पहले आटा का एक कप बनाओ
- अब इसमें मिश्रण डालें और बंद करें
- इसके बाद अपनी पसंद के अनुसार पराठे बनाएं और तवे पर दोनों तरफ से तेल लगाकर कुरकुरे सेंक लें।
- अब इसे दही के रायते के साथ अथवा हरी चटनी के साथ इस परांठे का लुत्फ लें।